आज

Views: 184 आज सुबह कुछ यूँ हुज़ूर हुए,कुछ सवालो के हम रूबरू हुए,बचाने को अपनी आबरू,जवाबो में हम मगरूर हुए | कुछ टुकड़े दरफतों में […]

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